
घटना का विवरण:
- नीरज नाम का लड़का घर का रास्ता भूल गया और एक ट्रेन में चढ़ गया, जो उसे आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले में ले गई।
- रेलवे पुलिस ने उसे श्री पोत्ति श्रीरामुलु नेल्लोर के वेंकटचलम में स्वर्ण भारत ट्रस्ट को सौंप दिया।
- इसके बाद ट्रस्ट प्रमुख ने उसका पालन-पोषण किया।
- उसके परिवार ने अपने लापता बच्चे की तलाश जारी रखी।
- 14 साल बाद, लड़का, जो अब 22 साल का हो गया था, को ट्रस्ट द्वारा उसके परिवार से मिला दिया गया।
- ट्रस्ट ने लड़के के परिवार का पता लगाने के लिए अथक प्रयास किए और उन्हें सूचित किया।
- परिवार ने नेल्लोर पहुंचकर अपने बेटे को गले लगाया, जिससे एक भावुक पुनर्मिलन हुआ।
- नीरज की कहानी ने लापता बच्चों के परिवारों के लिए उम्मीद की किरण जगाई है।
- यह घटना मानव करुणा और दृढ़ता की शक्ति को दर्शाती है।