प्रदर्शनकारियों ने अतुल सुभाष पर हुए कथित उत्पीड़न की निंदा की और लिंग-निरपेक्ष कानूनों की वकालत की।
अतुल सुभाष एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे, जिनकी हाल ही में मौत हो गई थी। उनके परिवार ने आरोप लगाया था कि उनकी पत्नी और ससुराल वाले उन्हें प्रताड़ित करते थे। इस मामले ने पूरे देश में हलचल मचा दी है और लोगों ने न्याय की मांग की है।
कैंडल मार्च में शामिल लोगों ने कहा कि अतुल सुभाष की मौत एक व्यक्तिगत त्रासदी नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक समस्या है। उन्होंने कहा कि पुरुषों के खिलाफ भी उत्पीड़न होता है और इस मुद्दे पर ध्यान देने की जरूरत है।
प्रदर्शनकारियों ने सरकार से मांग की है कि वह इस मामले की निष्पक्ष जांच करवाए और दोषियों को सजा दिलाए। उन्होंने यह भी मांग की है कि पुरुषों के खिलाफ उत्पीड़न के मामलों में भी महिलाओं की तरह ही कार्रवाई की जाए।