
कैंटोनमेंट अधिकारियों को इस व्यक्ति की गतिविधियों पर संदेह हुआ और उसके मोबाइल फोन में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के फोन नंबर और संवेदनशील जानकारी मिली। इसके बाद अधिकारियों ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने दर्जी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
जांच में पता चला है कि दर्जी, जिसकी पहचान अभी सार्वजनिक नहीं की गई है, कुछ समय से संदिग्ध तरीके से घूम रहा था और सैन्य प्रतिष्ठानों के आसपास उसकी उपस्थिति असामान्य लग रही थी। उसके फोन की जांच करने पर, अधिकारियों को ऐसे सबूत मिले जो उसकी संभावित जासूसी गतिविधियों की ओर इशारा करते हैं। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वह कौन सी संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान भेज रहा था और इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल हैं।
इस गिरफ्तारी के बाद बठिंडा कैंटोनमेंट और आसपास के इलाकों में सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है। सेना और पुलिस मिलकर इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं ताकि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े किसी भी खतरे को टाला जा सके। दर्जी को अदालत में पेश किया जाएगा और उसके खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।