
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। पिछले सात दिनों में यह सातवीं बार है जब ट्रंप ने यह दोहराया है कि उन्होंने दोनों देशों के बीच तनाव को “शांत करने में मदद” की थी। ट्रंप ने कहा कि यह उनकी “सबसे बड़ी सफलताओं में से एक” थी, जिसके लिए उन्हें कभी भी पर्याप्त श्रेय नहीं दिया जाएगा।
ट्रंप ने अपने समर्थकों से कहा, “मैंने भारत और पाकिस्तान को परमाणु युद्ध के कगार से वापस लाया। यह एक ऐसी सफलता थी, जिसका मुझे कभी भी श्रेय नहीं दिया जाएगा।” उन्होंने यह भी दावा किया कि दोनों देश “एक-दूसरे पर परमाणु बम गिराने के बहुत करीब” थे। ट्रंप ने यह नहीं बताया कि उन्होंने दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए क्या कदम उठाए थे।
ट्रंप के इस दावे पर भारत और पाकिस्तान की सरकारों ने कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, कई विशेषज्ञों ने ट्रंप के दावों पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि दोनों देशों के बीच तनाव कम करने में अन्य देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।