केंद्र सरकार ने CRPF की संसद सुरक्षा इकाई को भंग किया, VIP सुरक्षा इकाई में विलय.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की संसद सुरक्षा इकाई (Parliament Duty Group) को भंग कर VIP सुरक्षा इकाई (VIP Security Group) में विलय का आदेश जारी किया है।

यह बदलाव CRPF के लगभग 1,400 कर्मियों को प्रभावित करेगा। नए नामकरण का आदेश जारी गृह मंत्रालय ने संसद सुरक्षा इकाई का नाम बदलकर VIP सुरक्षा इकाई कर दिया है। यह आदेश CRPF के कर्मियों की जिम्मेदारियों और कार्यक्षेत्र में बदलाव को चिन्हित करता है। संसद सुरक्षा से VIP सुरक्षा में बदलाव अब तक संसद परिसर की सुरक्षा संभालने वाली संसद सुरक्षा इकाई के कर्मियों को VIP सुरक्षा में लगाया जाएगा। यह फैसला VIP सुरक्षा को और मजबूत बनाने के लिए लिया गया है। 1,400 कर्मी होंगे शामिल करीब 1,400 जवान और अधिकारी, जो पहले संसद सुरक्षा के लिए तैनात थे, अब VIP सुरक्षा ग्रुप के तहत अपनी सेवाएं देंगे। संसद की सुरक्षा के लिए नई योजना संसद परिसर की सुरक्षा की जिम्मेदारी अब दिल्ली पुलिस, CRPF की अन्य इकाइयों और संसदीय सुरक्षा दलों द्वारा साझा की जाएगी। VIP सुरक्षा को प्राथमिकता इस फैसले से CRPF की VIP सुरक्षा व्यवस्था को अधिक संगठित और सुदृढ़ बनाने का प्रयास किया गया है। पुरानी इकाई के बंद होने का कारण माना जा रहा है कि संसाधनों के बेहतर उपयोग और सुरक्षा ढांचे को अधिक प्रभावी बनाने के लिए यह निर्णय लिया गया है। वर्तमान जवानों की जिम्मेदारी CRPF जवान अब VIP सुरक्षा के तहत महत्वपूर्ण लोगों, मंत्रियों और उच्च अधिकारियों की सुरक्षा का दायित्व निभाएंगे। गृह मंत्रालय की प्रतिक्रिया गृह मंत्रालय ने कहा है कि यह कदम सुरक्षा ढांचे को और अधिक कुशल और प्रभावी बनाने के लिए उठाया गया है। CRPF की भूमिका महत्वपूर्ण CRPF ने संसद और VIP सुरक्षा दोनों में हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और इस बदलाव के बाद उसकी जिम्मेदारी और बढ़ गई है।