
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मामले में सीआईडी जांच के आदेश दिए थे और एक रिपोर्ट राज्य सचिवालय, नबन्ना में पेश की गई है।
यह मामला तब सामने आया जब एक महिला मरीज की प्रसव के बाद मौत हो गई थी और कई अन्य मरीजों की हालत गंभीर हो गई थी। आरोप है कि इन मरीजों को गलती से नमक के घोल का इंजेक्शन लगा दिया गया था। इस घटना के बाद पूरे राज्य में हड़कंप मच गया और लोगों ने सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
सीआईडी की टीम अब इस मामले की गहराई से जांच करेगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस घटना से राज्य के स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं।