झुंझुनू: शराब दुकान में तोड़फोड़ और लूट के मामले में दो नाबालिगों को अस्पताल में सामुदायिक सेवा की सजा.
झुंझुनू: राजस्थान के झुंझुनू जिले में एक किशोर अदालत ने 2020 में एक शराब की दुकान में तोड़फोड़ और लूट के मामले में शामिल दो नाबालिगों को दो साल के लिए सरकारी अस्पताल में मुफ्त सामुदायिक सेवा करने की सजा सुनाई है।
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अदालत ने उन पर 10,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया है।
किशोर न्यायालय (सत्र न्यायाधीश) न्यायाधीश दीपा गुर्जर ने फैसला सुनाते हुए निर्देश दिया कि दोनों नाबालिगों को बिना किसी भुगतान के अस्पताल के वार्डों और रसोई की सफाई करनी होगी। उन्हें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) की देखरेख में सप्ताह में कम से कम 30 घंटे काम करना होगा, जो हर तीन महीने में अदालत को एक रिपोर्ट सौंपेंगे। किशोरों को 10 फरवरी को अदालत में पेश होना होगा।
घटना का विवरण:
7 मई, 2020 को संदीप कुमार ने बगड़ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें बताया गया था कि तीन गैर-पंजीकृत वाहनों में अज्ञात हमलावरों ने प्रताप पुरा-मठ में एक शराब की दुकान पर गोलियां चलाईं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि अपराधियों ने दुकान में घुसकर कैश रजिस्टर से 1.5 लाख रुपये चुरा लिए और एक वैन में तोड़फोड़ की।
यह सजा क्यों महत्वपूर्ण है?
यह सजा नाबालिगों को अपराध से दूर रहने का संदेश देती है और पीड़ितों को न्याय दिलाने में भी मदद करती है।