
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि कार्गो जहाज को खतरनाक तरीके से संभाला गया था, जबकि यह जानकारी थी कि इसमें विस्फोटक सामग्री थी जिससे मानव जीवन और संपत्ति को खतरा हो सकता था। यह घटना समुद्री सुरक्षा प्रोटोकॉल और खतरनाक माल के प्रबंधन पर गंभीर सवाल उठाती है।
मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस ने [एफआईआर संख्या, यदि उपलब्ध हो] के तहत मामला दर्ज किया है। शिकायत में मुख्य रूप से लापरवाही और जानबूझकर जोखिम पैदा करने का आरोप लगाया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि जहाज के संचालन में बरती गई असावधानी और संभावित सुरक्षा उल्लंघन ही इस हादसे का कारण बने, जिससे जहाज को नुकसान पहुंचा और वह डूब गया। विस्फोटक सामग्री की उपस्थिति ने खतरे को और बढ़ा दिया था, जिससे बचाव अभियान भी अधिक चुनौतीपूर्ण हो गया था।
पुलिस अब मामले की गहन जांच कर रही है, जिसमें जहाज के चालक दल, मालिक और इसमें शामिल अन्य संबंधित पक्षों से पूछताछ की जाएगी। जांच का मुख्य फोकस इस बात पर होगा कि क्या सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन किया गया था और क्या खतरनाक सामग्री के परिवहन के लिए सभी आवश्यक सावधानियां बरती गई थीं। इस घटना ने एक बार फिर समुद्री परिवहन में सुरक्षा के महत्व और ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सख्त नियमों के अनुपालन की आवश्यकता को रेखांकित किया है।