अमृतसर में दो व्यक्तियों को पाकिस्तानी हैंडलर्स को सैन्य जानकारी लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने खुलासा किया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों को पाकिस्तानी जासूसी एजेंसी आईएसआई ने हरप्रीत सिंह उर्फ पिट्टू उर्फ हैप्पी के माध्यम से अपने जाल में फंसाया था।

यह गिरफ्तारी भारत की सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता है, जो सीमा पार से होने वाली जासूसी गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रही हैं।
पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में पता चला है कि गिरफ्तार किए गए दोनों व्यक्ति आईएसआई के संपर्क में थे और उन्हें भारतीय सेना से संबंधित संवेदनशील जानकारी साझा करने के लिए पैसे दिए जाते थे। हरप्रीत सिंह, जो इस जासूसी नेटवर्क का मुख्य सूत्रधार बताया जा रहा है, कथित तौर पर आईएसआई के लिए काम कर रहा था और उसने इन दोनों व्यक्तियों को सैन्य प्रतिष्ठानों और गतिविधियों से संबंधित गुप्त सूचनाएं एकत्र करने और उन्हें पाकिस्तान भेजने के लिए भर्ती किया था।
अमृतसर पुलिस ने इस मामले में देशद्रोह और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है और आगे की जांच जारी है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इन व्यक्तियों ने आईएसआई को कौन-कौन सी महत्वपूर्ण जानकारी दी और क्या इस नेटवर्क में और भी लोग शामिल हैं। गिरफ्तार किए गए दोनों व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है ताकि इस जासूसी रैकेट के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके और भविष्य में इस तरह की गतिविधियों को रोका जा सके।