राजस्थान के स्कूलों में 14 फरवरी को मनाया जाएगा मातृ-पितृ पूजन दिवस.
राजस्थान सरकार ने एक अनूठा फैसला लिया है। राज्य के सभी स्कूलों में 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे की जगह मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाया जाएगा।

इस फैसले का मकसद बच्चों में भारतीय संस्कृति और परंपराओं के मूल्यों को विकसित करना है।
शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि वे 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस के रूप में मनाएं। इस दिन स्कूलों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें माता-पिता के प्रति सम्मान दिखाने वाले गीत, कविताएं और नाटक शामिल होंगे। इसके अलावा, बच्चों को अपने माता-पिता के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
यह फैसला वैलेंटाइन डे जैसी विदेशी संस्कृति के प्रचार-प्रसार को रोकने और भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लिया गया है। सरकार का मानना है कि इस तरह के कार्यक्रमों से बच्चों में भारतीय संस्कृति और मूल्यों के प्रति लगाव बढ़ेगा।
यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है? यह खबर दिखाती है कि राज्य सरकार भारतीय संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह फैसला बच्चों को भारतीय मूल्यों से जोड़ने में मदद करेगा।