परिजनों ने अंगों की पहचान को DNA जांच की मांग की।
अहमदाबाद, गुजरात: अहमदाबाद में 12 जून को हुए भीषण विमान हादसे के बाद.

जहां कम से कम 274 लोगों की जान चली गई, अब पीड़ित परिवारों ने एक मार्मिक और महत्वपूर्ण मांग उठाई है। अपने प्रियजनों को खो चुके परिजनों ने अधिकारियों से आग्रह किया है कि शवों की पहचान और हैंडओवर से पहले प्रत्येक शरीर के अंग का डीएनए परीक्षण सुनिश्चित किया जाए। इस मांग के पीछे का मुख्य कारण दुर्घटना की भयावहता के कारण शवों का अत्यधिक क्षत-विक्षत होना है।
इस मांग के पीछे की वजह दुर्घटना में शवों की अत्यधिक क्षति और पहचान में आ रही गंभीर कठिनाई है। कई शव इस कदर जल गए हैं या क्षत-विक्षत हो गए हैं कि उनकी पहचान करना असंभव हो गया है। साथ ही, शरीर के कई अंग अलग-अलग स्थानों पर पाए गए हैं, जिससे परिवारों को आशंका है कि उन्हें अपने प्रियजनों के पूरे अवशेष नहीं मिल पाएंगे या गलत पहचान हो सकती है। अस्पताल प्रशासन ने पहले ही डीएनए सैंपल लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और 72 घंटे में रिपोर्ट आने का दावा किया है, लेकिन अब परिजन हर छोटे से छोटे टुकड़े की वैज्ञानिक पुष्टि चाहते हैं ताकि अंतिम संस्कार उचित तरीके से हो सके और किसी भी तरह की त्रुटि न हो।
यह मांग पीड़ितों के परिवारों के गहरे दर्द और मानसिक पीड़ा को दर्शाती है, जो अपने प्रियजनों को खोने के बाद भी एक पूर्ण और सम्मानजनक विदाई सुनिश्चित करना चाहते हैं। स्थानीय प्रशासन और फोरेंसिक टीमें इस चुनौती का सामना कर रही हैं और परिवारों की चिंताओं को दूर करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं। हालांकि, बड़ी संख्या में मृतकों और शवों की खराब स्थिति के कारण यह प्रक्रिया लंबी और जटिल हो सकती है। अधिकारियों को परिजनों की भावनाओं का सम्मान करते हुए संवेदनशीलता से काम करना होगा और उन्हें आश्वस्त करना होगा कि सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा।