उपचार के बाद बाघिन को जंगल में सुरक्षित छोड़ा गया.
उत्तराखंड के प्रसिद्ध कॉर्बेट नेशनल पार्क से एक अच्छी खबर सामने आई है.

जहां उपचार के बाद एक बाघिन को सफलतापूर्वक जंगल में वापस छोड़ दिया गया है। यह कदम वन्यजीव संरक्षण के प्रयासों और घायल जानवरों के पुनर्वास में वन विभाग की सफलता को दर्शाता है। बाघिन अब स्वस्थ है और अपने प्राकृतिक आवास में लौट गई है।
जानकारी के अनुसार, इस बाघिन को कॉर्बेट नेशनल पार्क के घने फाटो पर्यटन क्षेत्र में वन विभाग के कर्मियों ने लंगड़ाते हुए पाया था। उसकी स्थिति को देखते हुए, वन्यजीव विशेषज्ञों और वन विभाग की टीम ने उसे रेस्क्यू किया और उचित चिकित्सा उपचार के लिए एक विशेष सुविधा में ले जाया गया। कई दिनों तक चले उपचार और निगरानी के बाद, बाघिन की हालत में उल्लेखनीय सुधार हुआ और वह पूरी तरह से स्वस्थ हो गई।
वन्यजीव अधिकारियों ने कहा कि बाघिन को उसके प्राकृतिक आवास में वापस छोड़ना एक महत्वपूर्ण कदम है, जो क्षेत्र में बाघों की स्वस्थ आबादी को बनाए रखने में मदद करेगा। इस सफल पुनर्वास से यह भी पता चलता है कि मानव हस्तक्षेप से घायल हुए वन्यजीवों को उचित देखभाल के बाद फिर से जंगल में छोड़ा जा सकता है। वन विभाग आगे भी इस बाघिन की निगरानी करेगा ताकि उसकी सुरक्षा और अनुकूलन सुनिश्चित हो सके।