शुरुआत में गोविंदपुरी पुलिस स्टेशन में रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा आतिशी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी। इसमें आरोप लगाया गया था कि उन्होंने 7 जनवरी को सरकारी वाहन का उपयोग चुनाव प्रचार के लिए किया। विस्तृत जांच के बाद पुलिस ने पीडब्ल्यूडी अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की, जिसमें सरकारी वाहन का चुनाव प्रचार में उपयोग शामिल था।
आतिशी की प्रतिक्रिया:
आतिशी ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए चुनाव आयोग की निष्क्रियता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “पूरा देश देख रहा है कि बीजेपी नेता प्रवेश वर्मा ने किस तरह ₹1100 बांटे… बाद में उन्होंने खुद ट्वीट कर स्वास्थ्य शिविर लगाने और चश्मे बांटने की बात कबूली। इसके बाद उन्होंने अपने नाम के साथ चादरें भी बांटीं। लेकिन चुनाव आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की। सवाल यह है कि पुलिस किसके पक्ष में है? क्या चुनाव आयोग के अधिकारियों पर दबाव है?”