
सीतारमण ने कहा कि मध्यम वर्ग भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और सरकार ने 2014 के बाद से उनके कर भार को लगातार कम किया है। पहले टैक्स फ्री इनकम सीमा 2.5 लाख से 5 लाख और फिर 7 लाख की गई थी, जिसे अब 12 लाख तक बढ़ाया गया है। नई कर दरें इस प्रकार हैं: 4-8 लाख – 5%, 8-12 लाख – 10%, 12-16 लाख – 15%, 16-20 लाख – 20%, 20-24 लाख – 25%, 24 लाख से अधिक – 30%। सरकार ने 1 लाख करोड़ रुपये के प्रत्यक्ष कर और 2600 करोड़ रुपये के अप्रत्यक्ष कर राजस्व की छूट दी है। इस बदलाव से मध्यम वर्ग की बचत बढ़ेगी, जिससे खर्च और निवेश को बढ़ावा मिलेगा। 12 लाख की आय वाले करदाता को 80,000 रुपये की बचत होगी, जबकि 18 लाख की आय पर 70,000 रुपये और 25 लाख की आय पर 1,10,000 रुपये की बचत होगी। इसके अलावा, बीमा क्षेत्र में एफडीआई सीमा 100% तक बढ़ाने की घोषणा की गई। सरकार जल्द ही नया आयकर विधेयक पेश करेगी।