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कोटा: होली के त्योहार की भीड़ के दौरान प्रतीक्षा सूची वाले टिकटों पर यात्रा करने वाले यात्रियों की खबरों के बीच, एक सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) के कांस्टेबल और एक यात्रा टिकट निरीक्षक (टीटीई) के बीच बहस हो गई, जब कांस्टेबल की पत्नी बिना टिकट एसी डिब्बे में यात्रा करती पाई गई।
अंततः, महिला पर 530 रुपये का जुर्माना लगाकर उसे स्लीपर कोच में वापस भेज दिया गया।

घटना का विवरण:
- यह घटना 10 मार्च को नई दिल्ली-सोगरिया एक्सप्रेस में हुई।
- जीआरपी, नई दिल्ली के कांस्टेबल एमके मीणा ने टीटीई से अपनी पत्नी को स्लीपर टिकट पर एसी कोच में यात्रा करने की अनुमति देने का अनुरोध किया।
- टीटीई ने अनुमति देने से इनकार कर दिया, जिसके बाद दोनों के बीच बहस हुई।
- वायरल वीडियो में, कांस्टेबल टीटीई को वीडियो न बनाने के लिए कह रहा है और उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दे रहा है।
- जवाब में, टीटीई कहता है कि उसके परिवार में कई आईपीएस अधिकारी हैं।
- इसके बाद, कांस्टेबल टीटीई से उन आईपीएस अधिकारियों को बताने के लिए कहता है कि वह इस स्टेशन का मालिक है।
- अंततः, महिला पर 530 रुपये का जुर्माना लगाकर उसे स्लीपर कोच में वापस भेज दिया गया।
यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है?
- यह घटना हमें दिखाती है कि कानून सबके लिए बराबर है, चाहे वह कोई भी हो।
- यह घटना हमें यह भी बताती है कि अधिकारियों को अपने पद का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए।
- यह घटना हमें यह भी बताती है कि हमें नियमों का पालन करना चाहिए।
हमें क्या करना चाहिए?
- हमें कानून का पालन करना चाहिए।
- हमें नियमों का सम्मान करना चाहिए।
- हमें अधिकारियों के पद के दुरुपयोग के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।