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सुकमा: छत्तीसगढ़ के बीजापुर, दंतेवाड़ा, अबूझमाड़, सुकमा, कांकेर और नारायणपुर क्षेत्रों में चल रहे नक्सल विरोधी अभियानों के बीच, शुक्रवार को सुकमा जिले में सुरक्षा बलों के सामने दो लाख रुपये के इनाम वाली एक महिला कैडर सहित चार नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया।
पुलिस ने बताया कि सीआरपीएफ 223, 151, 50 और 218 बटालियनों के साथ-साथ कोबरा 204 बटालियन के कर्मियों ने इन नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने के लिए प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

उन्होंने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सरकार की छत्तीसगढ़ नक्सल उन्मूलन और पुनर्वास नीति के तहत कई सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
घटना का विवरण:
- सुकमा जिले में चार नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण किया।
- आत्मसमर्पण करने वालों में दो लाख रुपये के इनाम वाली एक महिला कैडर भी शामिल है।
- सीआरपीएफ और कोबरा बटालियन ने नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने के लिए प्रोत्साहित किया।
- नक्सलियों को सरकार की पुनर्वास नीति के तहत सुविधाएं मिलेंगी।
- नक्सलियों ने “खोखले और अमानवीय” नक्सली विचारधारा से मोहभंग होने की बात कही।
- नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सल उन्मूलन नीति और पुनर्वास अभियान की प्रशंसा की है।
- नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों का अभियान जारी है।
- यह आत्मसमर्पण नक्सल विरोधी अभियानों में एक बड़ी सफलता है।
यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है?
- यह खबर हमें बताती है कि नक्सली हिंसा से मोहभंग हो रहे हैं।
- यह खबर हमें यह भी बताती है कि सरकार की पुनर्वास नीति नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
हमें क्या करना चाहिए?
- हमें सरकार के पुनर्वास प्रयासों का समर्थन करना चाहिए।
- हमें नक्सलियों को हिंसा छोड़ने और मुख्यधारा में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।