
फडणवीस ने ‘मीत द प्रेस’ कार्यक्रम में कहा, “कांग्रेस ने हमेशा अंबेडकर का अपमान किया है। उनकी चिंता थी कि नेहरू-गांधी परिवार से ऊपर कोई न बढ़े। कांग्रेस ने अमित शाह के भाषण को गलत ढंग से पेश कर लोगों को गुमराह किया। बीजेपी और शाह अंबेडकर का अपमान सपने में भी नहीं कर सकते।”
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा में उनके उस बयान को भी तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया जिसमें उन्होंने कहा था कि नक्सली देश के संविधान में विश्वास नहीं रखते।
फडणवीस ने कहा, “अब हमारे पास ऐसी तकनीक है जिससे हम उन लोगों की पहचान कर सकते हैं जो इस तरह के संदेश फैलाते हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस जानती है कि ईवीएम से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती, लेकिन “जो सोने का नाटक कर रहा है, उसे जगाया नहीं जा सकता।”
फडणवीस ने कहा कि महायुति को विधानसभा चुनाव में भारी जनादेश इसलिए मिला क्योंकि लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्ष द्वारा फैलाए गए झूठे प्रचार को नकार दिया गया।
मुख्यमंत्री ने नागपुर के लोगों को भरोसा दिलाते हुए कहा, “पद मेरे सिर पर नहीं चढ़ता। मैं आपको कभी निराश नहीं करूंगा। मेरे लिए सत्ता सेवा का माध्यम है।”
उन्होंने बताया कि जिलों के लिए संरक्षक मंत्रियों की नियुक्ति पर राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले सहयोगी दलों एनसीपी और शिवसेना के साथ चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा, “अगर अनुमति मिली तो मैं गढ़चिरौली का संरक्षक मंत्री बनना चाहूंगा।”
फडणवीस ने बताया कि नक्सलवाद अब अपने सबसे निचले स्तर पर है और गढ़चिरौली जिले में काफी विकास हो रहा है।
सारपंच की हत्या पर बोलते हुए उन्होंने कहा, “सरकार ने बीड जिले में हुई इस घटना को गंभीरता से लिया है। हम अराजकता बर्दाश्त नहीं करेंगे। लेकिन बीड जिले को बदनाम करना भी गलत है।”