
बीजेपी ने 2025 के चुनाव में 70 में से 48 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की है। इससे पहले, 1993 में बीजेपी ने राम मंदिर आंदोलन की लहर पर सवार होकर दिल्ली में पहली बार सरकार बनाई थी। हालांकि, तब पार्टी को 5 साल में तीन बार मुख्यमंत्री बदलने पड़े थे।
बीजेपी ने पहले मदन लाल खुराना को दिल्ली का पहला मुख्यमंत्री बनाया, लेकिन हवाला कांड में नाम आने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद साहिब सिंह वर्मा मुख्यमंत्री बने, लेकिन 1998 के चुनाव से कुछ महीने पहले उन्हें भी हटाया गया। फिर सुषमा स्वराज को सीएम बनाया गया, लेकिन पार्टी चुनाव हार गई और कांग्रेस ने 15 साल तक शासन किया।
अब, 27 साल बाद, बीजेपी दिल्ली में सत्ता में वापसी कर रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बीजेपी इस बार मजबूत और साफ-सुथरी छवि वाले नेता को मुख्यमंत्री बनाएगी। विशेषज्ञ जगदीश ममगैन के अनुसार, बीजेपी 1993-98 जैसी स्थिति से बचना चाहती है, इसलिए नाम पर मंथन कर रही है।
1993 में बीजेपी ने 49 सीटें जीती थीं और इस बार भी उसे दो-तिहाई बहुमत मिला है। ऐसे में पार्टी जल्द ही नई सरकार बनाएगी।
मदन लाल खुराना – दिल्ली के पहले बीजेपी सीएम
1993 के चुनाव में 61.5% मतदान हुआ था और 1316 उम्मीदवार मैदान में थे। बीजेपी ने पूर्ण बहुमत हासिल किया और मदन लाल खुराना को मुख्यमंत्री बनाया। लेकिन 27 महीने बाद उन्होंने इस्तीफा दिया। फिर साहिब सिंह वर्मा 31 महीने तक मुख्यमंत्री रहे। आखिर में सुषमा स्वराज को 52 दिनों के लिए सीएम बनाया गया।
अब कौन बनेगा मुख्यमंत्री?
1993 की तरह इस बार भी बीजेपी ने पहले से सीएम उम्मीदवार की घोषणा नहीं की। पार्टी नेतृत्व जल्द ही फैसला ले सकता है।