
दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो दिवसीय कुवैत यात्रा के दौरान कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। दोनों देशों ने रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए। भारत और कुवैत जल्द ही एक महत्वाकांक्षी निवेश संधि को अंतिम रूप देने पर सहमत हुए। प्रधानमंत्री मोदी ने कुवैत के अमीर शेख मेशल अल-अहमद अल-जाबेर अल-सबह से व्यापक वार्ता की। यात्रा के दौरान आर्थिक, रक्षा, और सांस्कृतिक क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने पर जोर दिया गया। भारत और कुवैत ने ऊर्जा क्षेत्र में साझेदारी को और मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की। प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय समुदाय के लोगों के साथ भी बातचीत की। कुवैत में करीब 10 लाख भारतीय प्रवासी रहते हैं, जो दोनों देशों के संबंधों का मजबूत आधार हैं। वार्ता के दौरान व्यापार और निवेश के नए अवसरों पर चर्चा की गई। दोनों देशों ने शिक्षा और तकनीकी क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का निर्णय लिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कुवैत के विकास में भारतीय प्रवासियों के योगदान की सराहना की। कुवैत ने भारत को अपने प्रमुख विकास परियोजनाओं में भाग लेने का न्योता दिया। दोनों देशों ने आतंकवाद के खिलाफ मिलकर काम करने का संकल्प लिया। रक्षा सहयोग के तहत प्रशिक्षण, तकनीकी सहायता और आपसी अभ्यास जैसे क्षेत्रों को शामिल किया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कुवैत के साथ दीर्घकालिक ऊर्जा साझेदारी पर जोर दिया। कुवैत के शीर्ष नेताओं ने भारत की वैश्विक भूमिका की प्रशंसा की। निवेश समझौते के तहत दोनों देश आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देंगे। भारत और कुवैत ने जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण पर भी चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने कुवैत के साथ दोस्ती को और मजबूत बनाने का आह्वान किया। दोनों देशों ने डिजिटल तकनीक और स्टार्टअप्स में सहयोग के अवसर तलाशने की योजना बनाई। यह यात्रा भारत और कुवैत के रिश्तों को और गहरा करने का महत्वपूर्ण कदम है।