डोनाल्ड ट्रंप की ट्रांजिशन टीम ने DOJ के साथ समझौता किया, सुरक्षा जांच प्रक्रिया होगी शुरू.
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति-निर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप की ट्रांजिशन टीम ने डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस (DOJ) के साथ एक समझौता किया है, जो ट्रंप प्रशासन के नामांकित और नियुक्त अधिकारियों के लिए बैकग्राउंड जांच और सुरक्षा मंजूरी प्रक्रिया शुरू करने का रास्ता साफ करेगा।
मुख्य बिंदु:
यह समझौता मंगलवार को हुआ और इसे ट्रंप प्रशासन की तैयारी के लिए एक अहम कदम माना जा रहा है।
DOJ के साथ समझौते के तहत ट्रंप की टीम अब नामांकित अधिकारियों के नाम सुरक्षा जांच के लिए प्रस्तुत कर सकेगी।
ट्रंप टीम ने पहले FBI पर भरोसा नहीं जताया और अलग जांच प्रक्रिया अपनाने की बात कही थी।
इस देरी पर रिपब्लिकन सीनेटरों ने नाराजगी जताई थी, जिससे नामांकनों की पुष्टि प्रक्रिया प्रभावित हो सकती थी।
ट्रांजिशन टीम ने DOJ के साथ सहयोग सुनिश्चित करने के लिए समझौते को एक बड़ा कदम बताया।
यह समझौता एजेंसी टीमों को जरूरी जानकारी तक पहुंच प्रदान करेगा।
ट्रंप टीम ने पहले बाइडन व्हाइट हाउस के साथ भी एक समझौता किया था।
FBI प्रशासनिक बदलाव के दौरान बैकग्राउंड जांच और सुरक्षा मंजूरी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
कुछ नामांकित अधिकारियों के चयन को लेकर विवाद उठे हैं।
मैट गेट्ज़, जिन्हें अटॉर्नी जनरल के पद के लिए माना जा रहा था, ने विरोध के बाद नाम वापस ले लिया।
गेट्ज़ पर सेक्स ट्रैफिकिंग के आरोप थे, लेकिन उन्हें कभी दोषी नहीं ठहराया गया।
रक्षा सचिव के लिए नामांकित पीट हेगसेथ पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे थे, जिनसे उन्होंने इनकार किया।
हेगसेथ ने अपने आरोपकर्ता को वित्तीय समझौता राशि का भुगतान किया था।
ट्रंप प्रशासन ने DOJ के साथ इस समझौते को “अमेरिका फर्स्ट एजेंडा” लागू करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
यह समझौता प्रशासनिक विभागों और एजेंसियों में कार्यभार संभालने की प्रक्रिया को सुचारू बनाएगा।
ट्रंप टीम का कहना है कि यह समझौता “डे वन” से प्रशासन को मजबूत बनाने में मदद करेगा।
ट्रांजिशन टीम ने अक्टूबर 1 की समय सीमा पर समझौता नहीं किया था, जिससे प्रक्रिया में देरी हुई।
ट्रांजिशन प्रक्रिया में देरी से विभागों में तैयारी प्रभावित हो सकती थी।