शनिवार रात मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने यह बयान दिया।
संसद में विवाद पर टिप्पणी:
सिंह ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर बीजेपी सांसदों को धक्का देने के आरोपों को भी खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह गलत है।
वन नेशन, वन इलेक्शन बिल:
लोकसभा में मंगलवार को ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ से जुड़े दो विधेयक पेश किए गए। इन विधेयकों को लेकर शुक्रवार को इन्हें संयुक्त संसदीय समिति (JPC) को भेज दिया गया। दिग्विजय सिंह ने कहा, “जेपीसी का गठन किया गया है। मुझे नहीं लगता कि यह पास होगा।”
राहुल गांधी पर एफआईआर:
बीजेपी सांसदों की शिकायत के बाद राहुल गांधी के खिलाफ संसद मार्ग पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज की गई। बीजेपी का आरोप है कि गांधी ने सांसदों को “धक्का दिया” और “उकसाने” का काम किया। कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि बीजेपी सांसदों ने मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के साथ बदसलूकी की।
मंदिर-मस्जिद विवाद पर बयान:
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के मंदिर-मस्जिद विवादों पर दिए बयान पर सिंह ने कहा कि भागवत को ऐसे संगठनों पर रोक लगानी चाहिए, जो हिंदू-मुस्लिम मुद्दों को भड़काते हैं।
मोहन भागवत पर टिप्पणी:
सिंह ने कहा, “भागवत का बयान सकारात्मक है, लेकिन उन्हें विहिप और बजरंग दल जैसे संघ से जुड़े संगठनों को रोकना चाहिए।”
मोदी पर तंज:
दिग्विजय सिंह ने कहा, “जो लोग हिंदू-मुस्लिम मुद्दों पर नेता बनने की कोशिश करते हैं, उनके सामने सबसे बड़ा उदाहरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। भागवत उन्हें क्यों नहीं समझाते?”
मुख्य बातें:
- वन नेशन, वन इलेक्शन बिल पर संदेह।
- राहुल गांधी पर लगे आरोप गलत।
- भागवत के बयान को सकारात्मक लेकिन अधूरा बताया।
- बजरंग दल और विहिप पर रोक लगाने की सलाह।