बंगाल में नमक की कतार में नवजात शिशु की मृत्यु, राज्य-संचालित अस्पताल में हुई.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक नवजात शिशु की मौत हो गई है।
आरोप है कि बच्चे को एक्सपायर्ड सलाइन चढ़ाए जाने के कारण उसकी मौत हुई है। इससे पहले इसी अस्पताल में प्रसव के बाद पांच महिलाओं की हालत बिगड़ गई थी जिनमें से एक की मौत हो चुकी है।
मृत शिशु की मां भी उन पांच महिलाओं में से एक थी जिनकी हालत प्रसव के बाद बिगड़ी थी। अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए पीड़ित परिवारों ने सीबीआई जांच की मांग की है।
क्या है पूरा मामला:
8 जनवरी को पांच महिलाओं ने इस अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया था। प्रसव के बाद सभी की तबीयत बिगड़ गई थी। इन महिलाओं को एक्सपायर्ड सलाइन चढ़ाए जाने की बात सामने आई है। इनमें से एक महिला, मामोनी रुइदास की मौत हो गई। अब गुरुवार को एक नवजात शिशु की भी मौत हो गई है।
सरकार की कार्रवाई:
इस मामले में राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है और सीआईडी जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही, राज्य सरकार ने सभी अस्पतालों से एक्सपायर्ड दवाओं को हटाने के निर्देश दिए हैं।
यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है:
यह घटना राज्य के स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही की ओर इशारा करती है। यह मामला एक बार फिर से सरकारी अस्पतालों में मरीजों की सुरक्षा पर सवाल उठाता है।