सुप्रीम कोर्ट का फैसला: क्या विधानसभा अध्यक्ष को विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने तक फैसला लेने का अधिकार है?
सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में बीआरएस विधायकों की अयोग्यता से जुड़े एक मामले में एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है।

कोर्ट ने कहा कि लोकतंत्र में किसी भी दल के अधिकारों का हनन नहीं होने दिया जा सकता है।
सुप्रीम कोर्ट ने यह सवाल उठाया कि क्या विधानसभा अध्यक्ष के पास विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने तक किसी मामले पर फैसला लेने का अधिकार होता है। कोर्ट ने कहा कि अगर ऐसा होता है तो यह लोकतंत्र के सिद्धांतों के खिलाफ होगा।
कोर्ट ने यह भी कहा कि विधानसभा अध्यक्ष को किसी भी मामले पर जल्द से जल्द फैसला लेना चाहिए। अगर वह ऐसा नहीं करता है तो यह लोकतंत्र के लिए खतरा हो सकता है।
यह फैसला भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ माना जा रहा है। इस फैसले से विधानसभा अध्यक्षों को जल्द से जल्द फैसले लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है? यह फैसला लोकतंत्र और न्यायपालिका की स्वतंत्रता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह फैसला यह भी दर्शाता है कि सुप्रीम कोर्ट लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।