एचएएल का उन्नत प्रशिक्षण विमान एचजेटी-36 का नाम बदलकर ‘यशस’ रखा गया.
हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने अपने उन्नत प्रशिक्षण विमान एचजेटी-36 का नाम बदलकर 'यशस' रखा है।

इस विमान को आधुनिक तकनीक से लैस किया गया है जिसमें उन्नत एवियोनिक्स, आधुनिक कॉकपिट और बेहतर प्रशिक्षण क्षमताएं शामिल हैं।
यह विमान भारतीय वायु सेना के लिए एक महत्वपूर्ण अधिग्रहण है। यह न केवल पायलटों को प्रशिक्षित करने में मदद करेगा बल्कि भारतीय विमानन उद्योग के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है। ‘यशस’ का मतलब होता है ‘प्रसिद्धि’ या ‘कीर्ति’। यह नाम इस विमान के महत्व को दर्शाता है।
एचएएल ने इस विमान को विकसित करने में कई वर्षों का समय और प्रयास लगाया है। यह विमान भारतीय वायु सेना की आधुनिकीकरण योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है? यह खबर भारतीय विमानन उद्योग के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यह दिखाता है कि भारत स्वदेशी तकनीक के जरिए आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। यह विमान भारतीय वायु सेना की क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।