सुकमा: सुरक्षा बलों ने गुरुवार को छत्तीसगढ़ में नक्सलियों द्वारा लगाए गए 5 किलो के इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) को निष्क्रिय करने का दावा किया।
अधिकारियों ने बताया कि यह उपकरण केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 228वीं बटालियन और जिला पुलिस के संयुक्त गश्ती दल द्वारा बंगा गांव में कोक्टा गोल्लापल्ली रोड पर पाया गया।

उन्होंने कहा, “सैनिकों ने तुरंत बम निरोधक दस्ते को बुलाया, जिसने मौके पर ही आईईडी को नष्ट कर दिया। आईईडी का वजन 5 किलो था।”
नक्सलियों ने परियोजना को निशाना बनाने और सैनिकों को नुकसान पहुंचाने के लिए निर्माणाधीन सड़क के किनारे आईईडी लगाए थे, क्योंकि बल अक्सर क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाते हैं। यह घटना क्षेत्र में आईईडी हमलों की श्रृंखला का हिस्सा है।
यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है?
यह खबर छत्तीसगढ़ में नक्सलियों द्वारा सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के प्रयासों को उजागर करती है। यह सुरक्षा बलों की सतर्कता और आईईडी को निष्क्रिय करने की क्षमता को भी दर्शाती है।
मुख्य बातें:
सुरक्षा बलों ने 5 किलो का आईईडी निष्क्रिय किया।
आईईडी नक्सलियों द्वारा लगाया गया था।
आईईडी को कोक्टा गोल्लापल्ली रोड पर पाया गया।
आईईडी निर्माणाधीन सड़क के किनारे लगाया गया था।
यह खबर हमें क्या बताती है?
यह खबर हमें बताती है कि छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का खतरा अभी भी बना हुआ है। यह खबर हमें यह भी बताती है कि सुरक्षा बल नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं।
हमें क्या करना चाहिए?
हमें सुरक्षा बलों का समर्थन करना चाहिए। हमें नक्सलियों के बारे में किसी भी जानकारी के बारे में पुलिस को सूचित करना चाहिए।