
यह सत्र सोमवार से शुरू होगा और इसमें लैंगिक समानता एवं महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर वैश्विक प्रगति पर चर्चा की जाएगी।
प्रमुख बातें
- यह सत्र बीजिंग डिक्लेरेशन और प्लेटफार्म फॉर एक्शन की 30वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित किया जा रहा है।
- महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के अनुसार, मंत्री अन्नपूर्णा देवी आयोग में भारत का राष्ट्रीय वक्तव्य प्रस्तुत करेंगी।
- इस बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में महिलाओं और बालिकाओं के समग्र विकास के लिए उठाए गए कदमों को उजागर किया जाएगा।
- मंत्री अन्नपूर्णा देवी ‘बीजिंग डिक्लेरेशन और 2030 सतत विकास एजेंडा’ के क्रियान्वयन को लेकर चर्चाओं में भी हिस्सा लेंगी।
- सत्र के तहत, 12 मार्च को भारत सरकार द्वारा ‘यूएन वीमेन’ के सहयोग से आयोजित एक साइड इवेंट में अन्नपूर्णा देवी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगी।
- इस आयोजन में भारत द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए शुरू की गई योजनाओं पर प्रकाश डाला जाएगा।
- महिला सशक्तिकरण को लेकर भारत में लागू योजनाओं जैसे ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’, ‘वन स्टॉप सेंटर’ और ‘महिला हेल्पलाइन’ पर जानकारी दी जाएगी।
- भारत सरकार का जोर महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसरों को बढ़ाने पर रहेगा।
- बैठक में लैंगिक हिंसा रोकथाम और महिला अधिकारों के संरक्षण पर भी चर्चा होगी।
- मंत्री अन्नपूर्णा देवी का यह दौरा भारत की महिलाओं को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान दिलाने का अवसर बनेगा।
बैठक के उद्देश्य
- महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक अधिकारों को बढ़ावा देना।
- बीजिंग डिक्लेरेशन के तहत महिलाओं के विकास के लिए प्रतिबद्धताओं की समीक्षा करना।
- महिला नेतृत्व को प्रोत्साहित करने के लिए संसाधनों की व्यवस्था करना।
- महिलाओं के प्रति हिंसा को समाप्त करने के लिए वैश्विक रणनीतियों पर चर्चा करना।
- भारत के प्रयासों को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत कर अन्य देशों को प्रेरित करना।