केदारनाथ यात्रा से गैर-हिंदुओं को रोकने की मांग, भाजपा विधायक आशा नौटियाल का बयान.
देहरादून: चारधाम यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल से होने जा रही है।

इससे पहले केदारनाथ की भाजपा विधायक आशा नौटियाल ने गैर-हिंदुओं को यात्रा में भाग लेने से रोकने की मांग की है।
आशा नौटियाल का आरोप है कि कुछ गैर-हिंदू तीर्थ यात्रियों को मांस, मछली और शराब परोसते हैं, जिससे इस पवित्र स्थल की शुद्धता को ठेस पहुंचती है। उन्होंने कहा कि वह ऐसे लोगों की पहचान कर यात्रा में भाग लेने से रोकने के लिए प्रयास करेंगी।
हाल ही में रुद्रप्रयाग के प्रभारी मंत्री और कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने क्षेत्र के लोगों के साथ बैठक की थी, जिसमें केदारनाथ धाम की पवित्रता को लेकर चर्चा हुई थी। बैठक में सुझाव दिया गया कि ऐसे लोगों की पहचान कर उनके प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जाए।
आशा नौटियाल ने कहा, “केदारनाथ धाम एक अत्यंत पवित्र स्थल है और इसकी शुद्धता बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। कुछ लोग जानबूझकर यहां की पवित्रता को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।”
हालांकि, इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। कई सामाजिक संगठनों ने इसे धार्मिक भेदभाव बताते हुए विरोध जताया है।
चारधाम यात्रा उत्तराखंड की आस्था और पर्यटन का प्रमुख केंद्र है, जिसमें हर साल लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं। प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था करने की बात कही है।
मंत्री सौरभ बहुगुणा ने भी यात्रा मार्ग पर अनुशासन बनाए रखने और धार्मिक स्थलों की मर्यादा को सुरक्षित रखने की अपील की है।
उत्तराखंड सरकार ने यात्रियों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण को अनिवार्य कर दिया है और स्थानीय प्रशासन को यात्रा के दौरान सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।