असम का मोनाबारी चाय बागान: एशिया का सबसे बड़ा चाय उद्यान.
बिश्वनाथ (असम): असम के बिश्वनाथ जिले के बेहाली क्षेत्र में स्थित मोनाबारी चाय बागान को एशिया का सबसे बड़ा चाय उद्यान कहा जाता है।

इस बागान में करीब 10,000 लोग रहते हैं और काम करते हैं।
हर साल हजारों टन चाय का उत्पादन
मोनाबारी चाय बागान हर साल हजारों टन चाय का उत्पादन करता है। यह चाय बागान ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी तट पर स्थित है और अपनी गुणवत्ता के लिए प्रसिद्ध है।
चाय उद्योग में महत्वपूर्ण स्थान
असम के चाय उद्योग में मोनाबारी का विशेष स्थान है। यहां के चाय उत्पादों की मांग भारत सहित दुनियाभर में रहती है।
10,000 से अधिक लोगों का आश्रयस्थल
मोनाबारी चाय बागान में रहने वाले 10,000 से अधिक लोग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से इस उद्योग से जुड़े हुए हैं।
रोजगार का प्रमुख केंद्र
यह बागान स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का प्रमुख केंद्र है। यहां काम करने वाले कई परिवार पीढ़ियों से इसी उद्योग से जुड़े हुए हैं।
प्राकृतिक सौंदर्य का आकर्षण
मोनाबारी चाय बागान अपने सुंदर परिदृश्य के लिए भी प्रसिद्ध है, जो पर्यटकों को आकर्षित करता है।
स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा की व्यवस्था
यहां काम करने वाले मजदूरों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं और उनके बच्चों के लिए शिक्षा की विशेष व्यवस्था की गई है।
मूलभूत सुविधाओं का विकास
प्रशासन की ओर से इस क्षेत्र में सड़कों, पेयजल और अन्य बुनियादी सुविधाओं का भी विकास किया गया है।
असम की चाय संस्कृति का प्रतीक
मोनाबारी चाय बागान असम की चाय संस्कृति और वहां के समृद्ध इतिहास का प्रतीक है।
आर्थिक विकास में योगदान
यह चाय बागान राज्य के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और चाय उत्पादन के क्षेत्र में असम को पहचान दिलाने में मदद करता है।