
नई दिल्ली: कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) के वरिष्ठ सदस्य तारेक अनवर ने केंद्र सरकार पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस से विदेश भेजे जा रहे ऑल-पार्टी डेलीगेशन से हटने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जब विपक्ष के नेता को बार-बार सरकार की तरफ से निशाना बनाया जा रहा है, तो ऐसे प्रतिनिधिमंडलों का हिस्सा बने रहना व्यर्थ है।
अनवर ने कहा कि राहुल गांधी ने पहलगाम आतंकी हमले, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद अचानक हुए संघर्षविराम और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा उसका श्रेय लेने पर सवाल उठाए। इसके जवाब में बीजेपी नेता उन्हें पाकिस्तान की भाषा बोलने वाला बताकर निशान-ए-पाकिस्तान पुरस्कार मिलने की बात कह रहे हैं। तारेक अनवर ने कहा, “जब हम राष्ट्रीय एकता की छवि प्रस्तुत करने की कोशिश कर रहे हैं, उस समय देश के भीतर नेता प्रतिपक्ष को ही बदनाम करना राजनीति का निम्न स्तर दर्शाता है।”
कांग्रेस नेता ने सुझाव दिया कि बाकी बचे प्रतिनिधिमंडलों से पार्टी को पीछे हटना चाहिए और सरकार को स्पष्ट संदेश देना चाहिए कि इस तरह के राजनीतिक व्यवहार से सांसद अपनी भूमिका ठीक से नहीं निभा पाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि बेहतर होता अगर सरकार संसद के विशेष सत्र में पहलगाम हमला, ऑपरेशन सिंदूर और संघर्षविराम पर खुलकर चर्चा करती, इससे जनता को भी स्थिति स्पष्ट होती।