
झारखंड के खूंटी, रांची और जमशेदपुर की सीमा पर कुछ समय से विचरण कर रहा बाघ अब पलामू टाइगर रिजर्व (पीटीआर) की ओर लौट रहा है। वन विभाग के अधिकारियों का मानना है कि बाघ का यह मूवमेंट स्वाभाविक है और यह अपने प्राकृतिक आवास की ओर जा रहा है।
बाघ की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही थी। यह बाघ खूंटी और रांची के ग्रामीण इलाकों के साथ-साथ जमशेदपुर के कुछ सीमावर्ती क्षेत्रों में भी देखा गया था, जिससे स्थानीय लोगों में थोड़ी दहशत भी थी। हालांकि, वन विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी थी और बाघ को सुरक्षित रूप से उसके क्षेत्र में वापस भेजने के प्रयास किए जा रहे थे।
अब बाघ का पीटीआर की ओर बढ़ना वन विभाग के लिए राहत की खबर है। अधिकारियों का कहना है कि बाघ संभवतः भोजन और सुरक्षित आश्रय की तलाश में इस क्षेत्र में आया होगा और अब अपने प्राकृतिक आवास की ओर लौट रहा है। बाघ के मूवमेंट पर आगे भी निगरानी रखी जाएगी।