झारखंड में शराब घोटाले की जांच को लेकर भाजपा-कांग्रेस में राजनीतिक विवाद.
रांची: झारखंड में शराब घोटाले की जांच को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी राजनीति छिड़ गई है।

भाजपा ने इस मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) से कराने की मांग की है, जबकि राज्य सरकार ने जांच का जिम्मा एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को सौंपा है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और रांची विधायक सी.पी. सिंह ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि शराब घोटाले की जांच ACB को सौंपना राजनीतिक रूप से प्रेरित कदम है। उन्होंने पूर्व आबकारी सचिव विनय कुमार चौबे की गिरफ्तारी पर सवाल उठाए और कहा कि अगर भ्रष्टाचार के प्रति शून्य सहिष्णुता है तो इस मामले की जांच CBI को देनी चाहिए।
सिंह ने इस मामले में आईएएस अधिकारी की कथित संलिप्तता पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि ACB ने पहले कई निचले स्तर के सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए पकड़ा है, लेकिन एक सचिव स्तर के आईएएस अधिकारी की गिरफ्तारी समझ से परे है। भाजपा नेता ने कहा कि अगर भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्ती करनी है तो इस घोटाले की जांच CBI को सौंपना जरूरी है।