झारखंड में गो सेवा पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का ऐलान.
19-20 जून को होगा आयोजन

यह कार्यशाला “पारिस्थितिकी संतुलन और आधुनिकता की पृष्ठभूमि में गो सेवा की चुनौतियां और संभावनाएं” विषय पर केंद्रित होगी। इस कार्यक्रम में देशभर से अनेक विशेषज्ञ, गौशाला संचालक, उद्यमी और प्रतिनिधि शामिल होंगे।
आयोग के अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि यह आयोजन राज्य में गो संरक्षण नीति को मजबूत बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने बताया कि कार्यशाला से जुड़े चार तकनीकी सत्र होंगे जिनमें गौ उद्यमिता, पंचगव्य चिकित्सा, नस्ल संरक्षण और पारिस्थितिकी पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि गाय भारतीय संस्कृति की रीढ़ रही है और इसके पोषण, कृषि और औषधीय महत्व को नए रूप में समझने की आवश्यकता है।
उपाध्यक्ष राजू गिरी ने बताया कि पहले की सरकारों ने गौ सेवा को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई, लेकिन अब आयोग नीति निर्माण में अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि शहरीकरण, जमीन की कमी, और युवाओं में जागरूकता की कमी इस क्षेत्र की प्रमुख चुनौतियां हैं। कार्यशाला में देशभर के जाने-माने वक्ता शामिल होंगे और कार्यक्रम का उद्घाटन राज्य की कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की करेंगी। इस दौरान विभिन्न गौशालाओं द्वारा स्टॉल भी लगाए जाएंगे।