जोहान्सबर्ग: अमेरिका में दक्षिण अफ्रीका के राजदूत इब्राहिम रसूल के निष्कासन को राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने “सिर्फ एक छोटी सी रुकावट” बताया है।
उन्होंने कहा कि यह विवाद दोनों देशों के रिश्तों पर गंभीर असर नहीं डालेगा।

रामाफोसा ने सोमवार को पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में यह बयान दिया। यह मामला तब चर्चा में आया जब अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने शुक्रवार को रसूल को ‘पर्सोना नॉन ग्राटा’ (अस्वीकार्य व्यक्ति) घोषित किया।
रूबियो का यह बयान तब आया जब रसूल ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम में भाषण के दौरान अमेरिका और उसके राजनीतिक परिदृश्य पर टिप्पणी की थी, जिससे रूबियो नाराज हो गए।
रूबियो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर पोस्ट में रसूल को “अमेरिका और राष्ट्रपति जो बाइडेन से नफरत करने वाला राजनेता” कहा था।
रसूल ने अपने संबोधन में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ अभियान को “श्रेष्ठतावाद पर आधारित” बताया था।
उन्होंने कहा कि ट्रंप का अभियान सत्ता में बैठे लोगों के खिलाफ एक तरह का ‘श्रेष्ठतावादी हमला’ है।
इस बयान के बाद अमेरिका ने राजनयिक प्रोटोकॉल का पालन किए बिना ही रसूल को वापस भेजने का आदेश दिया।
दक्षिण अफ्रीका में इस मामले पर काफी चर्चा हुई।
हालांकि, राष्ट्रपति रामाफोसा ने उम्मीद जताई कि इस विवाद का समाधान जल्द ही सौहार्दपूर्ण तरीके से किया जाएगा।