
हैदराबाद | 8 जून 2025
हैदराबाद पुलिस ने एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी का एक डीपफेक वीडियो वायरल होने के मामले में केस दर्ज किया है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर एक फर्जी निवेश योजना को बढ़ावा देने के लिए प्रसारित किया गया था। पुलिस के अनुसार, इस वीडियो में ओवैसी की छवि और आवाज को एआई टेक्नोलॉजी से नकली रूप में दिखाया गया, जिससे ऐसा प्रतीत हो कि वे उस स्कीम का प्रचार कर रहे हैं, जिसमें प्रतिदिन ₹53,000 कमाने का झूठा वादा किया गया है।
ओवैसी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि इस फर्जी वीडियो के जरिए मासूम लोगों को एक स्कैम वेबसाइट पर निवेश करने के लिए उकसाया जा रहा है, जिससे उन्हें भारी आर्थिक नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा, “इस वीडियो में दुर्भावनापूर्ण कंटेंट के साथ मेरा नाम जोड़कर झूठा प्रचार किया जा रहा है, जो पूरी तरह गलत और भ्रामक है।” इस वीडियो में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, उद्योगपति मुकेश अंबानी और इंफोसिस संस्थापक नारायण मूर्ति के भी एआई क्लिप्स इस्तेमाल किए गए हैं।
पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को निर्देश जारी करने की प्रक्रिया में है ताकि ऐसे फर्जी वीडियो हटाए जा सकें। ओवैसी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।