गुंटूर जिले में 1,008 किलो बूंदी से बना अनोखा शिवलिंग, महाशिवरात्रि पर आस्था और कला का संगम.
तेनाली: गुंटूर जिले के पेरचल्ला में कैलासगिरि क्षेत्रम उत्सव समिति ने महाशिवरात्रि के अवसर पर 1,008 किलो बूंदी से विशाल शिवलिंग का निर्माण किया है।

यह अनोखा शिवलिंग छह फीट ऊंचा और पांच फीट चौड़ा है, जिसे देखकर श्रद्धालु आश्चर्यचकित हैं।
विशाल बूंदी शिवलिंग बना आकर्षण का केंद्र
तेनाली के चेंचुपेट इलाके में बनाए गए इस अद्भुत शिवलिंग को देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। यह न केवल भक्ति का प्रतीक है बल्कि इसमें रचनात्मकता का भी अनूठा मिश्रण है। स्थानीय लोगों और पर्यटकों के बीच यह आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
महाशिवरात्रि का महत्व
महाशिवरात्रि भगवान शिव को समर्पित सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। मान्यता है कि इस रात भगवान शिव ने सृष्टि, पालन और संहार का तांडव नृत्य किया था। इस दिन भक्त उपवास रखते हैं, पूरी रात भजन-कीर्तन करते हैं और शिव का ध्यान लगाते हैं।
आस्था और आध्यात्म का पर्व
महाशिवरात्रि अज्ञान पर ज्ञान की विजय का प्रतीक है। कई मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था। इस अवसर पर देशभर के मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। भक्त शिवलिंग पर दूध, शहद और बिल्व पत्र अर्पित कर सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।
आंध्र प्रदेश में महाशिवरात्रि बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। मंदिरों में विशेष अनुष्ठान, भजन-कीर्तन और धार्मिक आयोजन होते हैं, जिनमें हजारों श्रद्धालु भाग लेते हैं।