अमृतसर: खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह के सात सहयोगियों को जल्द ही कानूनी कार्यवाही के लिए डिब्रूगढ़ जेल से पंजाब लाया जाएगा।
पंजाब सरकार ने इनके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) की अवधि को आगे न बढ़ाने का फैसला लिया है।

अमृतपाल सिंह और उनके सहयोगी फिलहाल डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं।
इन सभी को अप्रैल 2023 में अज्नाला थाने पर हुए हमले के मामले में गिरफ्तार किया गया था।
इस हमले के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर 10 लोगों पर एनएसए के तहत कार्रवाई की थी।
अब सात आरोपियों के खिलाफ मामले की जांच आगे बढ़ाई जा रही है।
डीआईजी बॉर्डर रेंज अमृतसर सतिंदर सिंह ने इस बारे में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि अज्नाला थाने पर हमले के बाद मामला दर्ज किया गया था।
अब मामले में आरोपी सात लोगों को डिब्रूगढ़ जेल से लाकर पंजाब में पेश किया जाएगा।
इन सभी को अज्नाला अदालत में प्रस्तुत किया जाएगा।
मामले की जांच के दौरान पुलिस ने कई साक्ष्य जुटाए हैं।
अमृतपाल सिंह के खिलाफ भी इसी मामले में सुनवाई जारी है।
अमृतपाल सिंह को ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन का प्रमुख बताया जाता है।
उन पर युवाओं को भड़काने और अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के आरोप हैं।
इस घटना के बाद पंजाब में कानून व्यवस्था को लेकर काफी चर्चा हुई थी।
डिब्रूगढ़ जेल में रखे गए इन आरोपियों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई थी।
अब पंजाब पुलिस ने अदालत में चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी कर ली है।
मामले में शामिल अन्य आरोपियों के खिलाफ भी जांच जारी है।
इस घटनाक्रम को पंजाब की राजनीति और कानून व्यवस्था के लिए अहम माना जा रहा है।
पुलिस का कहना है कि कानून के दायरे में रहते हुए आगे की कार्रवाई की जाएगी।