“कश्मीर पर अमेरिकी दखल दुर्भाग्यपूर्ण”: सचिन पायलट का केंद्र पर निशाना.
जयपुर, 15 मई: कांग्रेस नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत-पाकिस्तान सीजफायर और कश्मीर मुद्दे पर दिए गए बयानों को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है।

पायलट ने कहा कि केंद्र को इस संवेदनशील मुद्दे पर देश को स्पष्ट और ठोस जवाब देना चाहिए।
पायलट ने कहा कि ट्रंप बार-बार खुद को मध्यस्थ बताते हुए व्यापारिक लाभ के बदले शांति की बात कर रहे हैं, जो भारत की विदेश नीति के विपरीत है। उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा कश्मीर मुद्दे को द्विपक्षीय मामला माना है और अमेरिकी हस्तक्षेप स्वीकार्य नहीं है। पायलट ने संसद का विशेष सत्र बुलाकर 1994 के प्रस्ताव को दोहराने की मांग की, जिसमें पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को भारत का अभिन्न हिस्सा बताया गया था।
मध्यप्रदेश के मंत्री विजय शाह के बयान की आलोचना करते हुए उन्होंने कर्नल सोफिया कुरैशी के प्रति असम्मानजनक टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। साथ ही उन्होंने पूछा कि अब तक ऑपरेशन सिंदूर के तहत कितने आतंकियों को पकड़ा गया या मारा गया है। पायलट ने पाकिस्तान की तुलना भारत से करने को अनुचित ठहराया और आईएमएफ द्वारा पाकिस्तान को बिना शर्त ऋण देने पर भी सवाल उठाए।