लोकसभा स्पीकर ने संसद परिसर में प्रदर्शन पर लगाया बैन, दो सांसद घायल.
संसद में हुए राजनीतिक प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा के बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने गुरुवार को संसद भवन के गेटों पर किसी भी प्रकार के धरना और प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया।
लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने निर्देश जारी किए हैं कि संसद भवन के गेटों पर कोई भी सांसद या राजनीतिक पार्टी धरना या प्रदर्शन नहीं करेगी।
संसद के भीतर बीजेपी और कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन के सांसदों के बीच अंबेडकर को लेकर विरोध प्रदर्शन हुआ, जो जल्द ही झड़प में बदल गया।
इस घटना में दो सांसद घायल हो गए, जबकि एक महिला सांसद ने विपक्षी नेता राहुल गांधी द्वारा डराने-धमकाने का आरोप लगाया।
संसद परिसर में यह घटनाएँ उस दिन हुईं जब बीजेपी और विपक्षी गठबंधन के सदस्य अंबेडकर के खिलाफ किए गए कथित अपमान के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे।
दोनों पक्षों के सांसदों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाए और इसे राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश बताया।
लोकसभा स्पीकर का फैसला
ओम बिड़ला ने सख्त निर्देश दिए कि संसद के गेटों पर धरना और प्रदर्शन किसी भी कीमत पर नहीं होगा।
संसद की सुरक्षा को लेकर यह फैसला लिया गया ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
उन्होंने यह भी कहा कि सांसदों को संसद में शांतिपूर्ण तरीके से अपने मुद्दों को उठाने का अधिकार है, लेकिन सार्वजनिक स्थानों पर विरोध प्रदर्शन नहीं किए जा सकते।
घायल सांसदों की स्थिति
घायलों में एक बीजेपी सांसद और एक विपक्षी सांसद शामिल हैं।
झड़प के बाद सांसदों को चिकित्सा सहायता दी गई, जबकि सुरक्षा अधिकारियों ने घटना की जांच शुरू की।
विपक्षी प्रतिक्रिया
विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार और सत्तारूढ़ पार्टी ने जानबूझकर विरोध को उकसाया।
कांग्रेस ने कहा कि यह विरोध लोकतांत्रिक अधिकारों का हिस्सा था, जिसे दबाने की कोशिश की गई।