
पार्टी ने आरोप लगाया कि भारत की विदेश नीति पूरी तरह विफल हो चुकी है और अब यह स्पष्ट होता जा रहा है कि सरकार अपने सिद्धांतों से भटक चुकी है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से विदेश मंत्री की “लगातार हो रही गलतियों” पर जवाबदेही तय करने की मांग की।
खड़गे ने ‘X’ पोस्ट में कहा कि 149 देशों ने गाजा में युद्धविराम के समर्थन में मतदान किया, जबकि भारत उन 19 देशों में शामिल था जिन्होंने मतदान से परहेज किया। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या भारत ने अब युद्ध, नरसंहार और अन्याय के खिलाफ अपनी परंपरागत नीति छोड़ दी है? उन्होंने कहा कि भारत हमेशा न्याय, शांति और मानवाधिकारों के पक्ष में खड़ा रहा है, लेकिन इस निर्णय से हमारी छवि को ठेस पहुंची है।
कांग्रेस ने यह भी मांग की कि सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि उसने ऐसा निर्णय क्यों लिया और क्या यह देश के ऐतिहासिक रुख के खिलाफ नहीं है। पार्टी नेताओं ने यह भी कहा कि भारत को वैश्विक मंचों पर नैतिक नेतृत्व करना चाहिए, न कि चुप रहकर अपनी जिम्मेदारियों से भागना चाहिए। इस मुद्दे पर विपक्ष सरकार को लगातार घेर रहा है और संसद में भी बहस की मांग कर सकता है।